UP Police Constable Previous Year Paper 18-06-2018 (Shift -2) Hindi MCQs. Prepare for your UP Police Constable Exam effectively with the comprehensive collection of previous year paper questions. Access a wide range of practice questions designed to enhance your knowledge and boost your performance. Master the exam content, improve time management, and increase your chances of scoring high. Start practicing now!
(1.)
प्रश्न:- महादेवी वर्मा का ज्ञानपीठ पुरस्कार किस कृति पर मिला है?
प्रश्न:- महादेवी वर्मा का ज्ञानपीठ पुरस्कार किस कृति पर मिला है?
(2.)
प्रश्न:- ‘गोदान’ किसकी रचना है?
प्रश्न:- ‘गोदान’ किसकी रचना है?
(3.)
प्रश्न:- ‘उर्वशी’ के रचनाकार है
प्रश्न:- ‘उर्वशी’ के रचनाकार है
(4.)
प्रश्न:- ‘अज्ञेय’ जी को किस कृति पर ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला है?
प्रश्न:- ‘अज्ञेय’ जी को किस कृति पर ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला है?
(5.)
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- टूटी पटरी को देखकर ड्राइवर के मन में बच्चे के प्रति आया होगा
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- टूटी पटरी को देखकर ड्राइवर के मन में बच्चे के प्रति आया होगा
(6.)
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- रेल ड्राइवर को क्रोध क्यों आया?
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- रेल ड्राइवर को क्रोध क्यों आया?
(7.)
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- बच्चे का कमीज हिलाना व्यक्त करता है, बच्चे की
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- बच्चे का कमीज हिलाना व्यक्त करता है, बच्चे की
(8.)
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- बच्चे ने घड़ी क्यों देखी?
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- बच्चे ने घड़ी क्यों देखी?
(9.)
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- लोगों की जान बचाने का कार्य बच्चे के किस गुण को प्रकट करता है?
निर्देश:- उपर्युक्त गद्यांश को पढ़िए और लिखे गए प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
सर्दियों के दिन थे। एक बालक सुबह के समय अकेला स्कूल जा रहा था। रास्ते में एक स्टेशन था। वह रेल की पटरी के पास से गुजर रहा था कि अचानक उसकी नजर रेल की पटरी पर गई। वह उखड़ी हुई थी। बालक ने घड़ी देखी, गाड़ी आने वाली थी। उसने सोचा कि अगर गाड़ी इस पटरी पर से गुजरेगी तो इसका भयंकर परिणाम हो सकता है। अभी वह इससे आगे सोच भी न पाया था कि गाड़ी की सीटी सुनाई दी। बस फिर क्या था बालक के सामने एक ही लक्ष्य था- मुसाफिरों की जान बचाना। देखते-ही-देखते इंजन दिखाई देने लगा। बालक कूदकर दोनों पटरियों के बीच खड़ा होकर अपनी कमीज हिलाने लगा। ड्राइवर की नजर उस बालक पर पड़ गई और उसने ब्रेक लगा दी लेकिन गाड़ी बिलकुल बालक के पास आकर रुकी। ड्राइवर ने क्रोध से पूछा ‘क्या तुम्हें अपनी जान की कोई परवाह नहीं गाड़ी क्यों रोकी।’ बालक ने रेल की उखड़ी हुई पटरी दिखाई और कहा, “अगर मैं ऐसा न करता तो सैकड़ों लोगों की जान चली जाती।”
प्रश्न:- लोगों की जान बचाने का कार्य बच्चे के किस गुण को प्रकट करता है?
(10.)
प्रश्न:- ‘वैज्ञानिक’ शब्द में प्रत्यय लगा है-
प्रश्न:- ‘वैज्ञानिक’ शब्द में प्रत्यय लगा है-
(11.)
प्रश्न:- ‘प्रत्येक’ शब्द में उपसर्ग है-
प्रश्न:- ‘प्रत्येक’ शब्द में उपसर्ग है-
(12.)
प्रश्न:- ‘सदैव’ शब्द में सन्धि है-
प्रश्न:- ‘सदैव’ शब्द में सन्धि है-
(13.)
प्रश्न:- ‘पत्र’ शब्द का अर्थ नहीं होता
प्रश्न:- ‘पत्र’ शब्द का अर्थ नहीं होता
(14.)
प्रश्न:- सही अर्थ वाला ‘शब्द युग्म’ नहीं हैं
प्रश्न:- सही अर्थ वाला ‘शब्द युग्म’ नहीं हैं
(15.)
प्रश्न:- ‘देवता’ शब्द का पर्यायवाची शब्द नहीं है
प्रश्न:- ‘देवता’ शब्द का पर्यायवाची शब्द नहीं है
(16.)
प्रश्न:- ‘उत्थान’ शब्द का विलोम होता है-
प्रश्न:- ‘उत्थान’ शब्द का विलोम होता है-
(17.)
प्रश्न:- ‘सब कुछ जानने वाला’ वाक्यांश के लिए एक शब्द है
प्रश्न:- ‘सब कुछ जानने वाला’ वाक्यांश के लिए एक शब्द है
(18.)
प्रश्न:- निम्नलिखित में से ‘तद्भव’ शब्द छाँटिए
प्रश्न:- निम्नलिखित में से ‘तद्भव’ शब्द छाँटिए
(19.)
प्रश्न:- वह बहुत धार्मिक व्यक्ति है, वाक्य में रेखांकित पद हैं
प्रश्न:- वह बहुत धार्मिक व्यक्ति है, वाक्य में रेखांकित पद हैं
(20.)
प्रश्न:- क्या आप घर भी जाएँगे? वाक्य में रेखांकित पद है
प्रश्न:- क्या आप घर भी जाएँगे? वाक्य में रेखांकित पद है
(21.)
प्रश्न:- हरि मोहन अपनी बहन को पुस्तक देता है वाक्य में रेखांकित पद में कारक है-
प्रश्न:- हरि मोहन अपनी बहन को पुस्तक देता है वाक्य में रेखांकित पद में कारक है-
(22.)
प्रश्न:- सदा ही बहुवचन में प्रयुक्त होने वाला शब्द है-
प्रश्न:- सदा ही बहुवचन में प्रयुक्त होने वाला शब्द है-
(23.)
प्रश्न:- निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द पुल्लिंग है?
प्रश्न:- निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द पुल्लिंग है?
(24.)
प्रश्न:- ‘संज्ञा’ का भेद नहीं होता हैं?
प्रश्न:- ‘संज्ञा’ का भेद नहीं होता हैं?
(25.)
प्रश्न:- कौन-से शब्द में ‘र’व्यंजन नहीं है?
प्रश्न:- कौन-से शब्द में ‘र’व्यंजन नहीं है?
(26.)
प्रश्न:- ‘श’ का उच्चारण स्थान है –
प्रश्न:- ‘श’ का उच्चारण स्थान है –
(27.)
प्रश्न:- निम्नलिखित में से कौन-से शब्द में ‘ऋ’ की मात्रा का उपयोग हुआ है?
प्रश्न:- निम्नलिखित में से कौन-से शब्द में ‘ऋ’ की मात्रा का उपयोग हुआ है?
(28.)
प्रश्न:- वह काम नहीं करता। वाक्य में अव्यय पद है-
प्रश्न:- वह काम नहीं करता। वाक्य में अव्यय पद है-
(29.)
प्रश्न:- नेता जी ने कहा था, तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा इस वाक्य में कौन-सा चिह्न लगा है?
प्रश्न:- नेता जी ने कहा था, तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा इस वाक्य में कौन-सा चिह्न लगा है?
(30.)
प्रश्न:- निम्नलिखित में ‘भाववाच्य’ का उदाहरण दिया गया है कौन-सा है?
प्रश्न:- निम्नलिखित में ‘भाववाच्य’ का उदाहरण दिया गया है कौन-सा है?
(31.)
प्रश्न:- दामिनी दमक रति घन माहीं।
खल के प्रति जथा थिर नहीं।। इन पंक्तियों में कौन-सा छन्द है?
प्रश्न:- दामिनी दमक रति घन माहीं।
खल के प्रति जथा थिर नहीं।। इन पंक्तियों में कौन-सा छन्द है?
(32.)
प्रश्न:- वीर रस का स्थायीभाव होता है-
प्रश्न:- वीर रस का स्थायीभाव होता है-
(33.)
प्रश्न:- मुदित मनोहर मानस देखा पंक्ति में अलंकार है-
प्रश्न:- मुदित मनोहर मानस देखा पंक्ति में अलंकार है-
(34.)
प्रश्न:- ”सद्भावना”शब्द में समास है-
प्रश्न:- ”सद्भावना”शब्द में समास है-
(35.)
प्रश्न:- निम्नलिखित में से अशुद्ध वाक्य छाँटिए-
प्रश्न:- निम्नलिखित में से अशुद्ध वाक्य छाँटिए-
(36.)
प्रश्न:- धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का लोकोक्ति का अर्थ है
प्रश्न:- धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का लोकोक्ति का अर्थ है
(37.)
प्रश्न:- बहुत दिनों बाद दिखना’ अर्थ के लिए मुहावरा हैं?
प्रश्न:- बहुत दिनों बाद दिखना’ अर्थ के लिए मुहावरा हैं?
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