UP Police Si Previous Year Paper 12-12-2017 (Shift -2) Hindi MCQs. Prepare for your UP Police Si Exam effectively with the comprehensive collection of previous year paper questions. Access a wide range of practice questions designed to enhance your knowledge and boost your performance. Master the exam content, improve time management, and increase your chances of scoring high. Start practicing now!
(1.)
प्रश्न:- सोरठा के प्रथम चरण में कितनी मात्राएँ होती हैं?
प्रश्न:- सोरठा के प्रथम चरण में कितनी मात्राएँ होती हैं?
(2.)
प्रश्न:- “कदाचित शाम तक वो वापस आ जाएँ”, इस वाक्य में प्रयुक्त काल को पहचानें
प्रश्न:- “कदाचित शाम तक वो वापस आ जाएँ”, इस वाक्य में प्रयुक्त काल को पहचानें
(3.)
प्रश्न:- “खटाई में पड़ना” मुहावरे का आशय है।
प्रश्न:- “खटाई में पड़ना” मुहावरे का आशय है।
(4.)
प्रश्न:- आदमियों को (भेड़-बकरी) की तरह हाँकने का जमाना अब नहीं रहा। कोष्ठक में दिए शब्दों का वचन बचन बदलिए ?
प्रश्न:- आदमियों को (भेड़-बकरी) की तरह हाँकने का जमाना अब नहीं रहा। कोष्ठक में दिए शब्दों का वचन बचन बदलिए ?
(5.)
प्रश्न:- “शीशम” इस शब्द का लिंग क्या है?
प्रश्न:- “शीशम” इस शब्द का लिंग क्या है?
(6.)
प्रश्न:- उन्नति शब्द का विलोम पहचानिए।
प्रश्न:- उन्नति शब्द का विलोम पहचानिए।
(7.)
प्रश्न:- “बिल्ली” शब्द का पुल्लिंग क्या होगा?
प्रश्न:- “बिल्ली” शब्द का पुल्लिंग क्या होगा?
(8.)
प्रश्न:- “लज्जा” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
प्रश्न:- “लज्जा” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
(9.)
प्रश्न:- चोरी करके तुमने ऐसा कार्य किया है कि तुम्हें…… चाहिए। सही मुहावरे को छाँटकर वाक्य पूर्ण कीजिए।
प्रश्न:- चोरी करके तुमने ऐसा कार्य किया है कि तुम्हें…… चाहिए। सही मुहावरे को छाँटकर वाक्य पूर्ण कीजिए।
(10.)
प्रश्न:- “रघुपति राघव राजा राम।” में कौन सा अलंकार है?
प्रश्न:- “रघुपति राघव राजा राम।” में कौन सा अलंकार है?
(11.)
प्रश्न:- “संसार में सभी तरह के लोग रहते हैं, कोई उदार तो कोई ………. कोई धनवान तो कोई।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ती कीजिए।
प्रश्न:- “संसार में सभी तरह के लोग रहते हैं, कोई उदार तो कोई ………. कोई धनवान तो कोई।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ती कीजिए।
(12.)
प्रश्न:- “उपमेय, उपमान, साधारण धर्म और वाचक किस
प्रश्न:- “उपमेय, उपमान, साधारण धर्म और वाचक किस
(13.)
प्रश्न:- “अर्थ के अनुसार के कुल भेद हैं।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
प्रश्न:- “अर्थ के अनुसार के कुल भेद हैं।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(14.)
प्रश्न:- सरसिज” शब्द का पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित में से कौन सा है?
प्रश्न:- सरसिज” शब्द का पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित में से कौन सा है?
(15.)
प्रश्न:- विदित ने….. मित्रो से कहा कि……. उदित की गेंद चाहिए। सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
प्रश्न:- विदित ने….. मित्रो से कहा कि……. उदित की गेंद चाहिए। सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(16.)
प्रश्न:- तेज गर्मी में चलने के कारण वह…… हो गया।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।
प्रश्न:- तेज गर्मी में चलने के कारण वह…… हो गया।” सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।
(17.)
प्रश्न:- “ढोल के अन्दर पोल” कहावत का अर्थ निम्नलिखित विकल्पों में से कौन सा है?
प्रश्न:- “ढोल के अन्दर पोल” कहावत का अर्थ निम्नलिखित विकल्पों में से कौन सा है?
(18.)
प्रश्न:- “कई दर्शकगण” किस विशेषण का उदाहरण है?
प्रश्न:- “कई दर्शकगण” किस विशेषण का उदाहरण है?
(19.)
प्रश्न:- जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
प्रश्न:- जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
(20.)
प्रश्न:- उसकी बात का उत्तर कोई न दे सका, सब सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।
प्रश्न:- उसकी बात का उत्तर कोई न दे सका, सब सही विकल्प का चयन कर रिक्त स्थान भरें।
(21.)
प्रश्न:- . “रतिपति” शब्द का समानार्थी शब्द पहचानिए।
प्रश्न:- . “रतिपति” शब्द का समानार्थी शब्द पहचानिए।
(22.)
प्रश्न:- “ब्राह्मी” से किस लिपि की उत्पत्ति हुई है?
प्रश्न:- “ब्राह्मी” से किस लिपि की उत्पत्ति हुई है?
(23.)
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से शुद्ध वाक्य छाँटिएः
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से शुद्ध वाक्य छाँटिएः
(24.)
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है।” वाक्य का भेद बताएं।
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है।” वाक्य का भेद बताएं।
(25.)
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
गद्यांश से “लकड़ी की गुड़िया” का मूल शब्द खोजे।
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
गद्यांश से “लकड़ी की गुड़िया” का मूल शब्द खोजे।
(26.)
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
इस गद्यांश को उचित शीर्षक दीजिए।
प्रश्न:- नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर बताइएः
मनुष्य के जीवन में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता दोनों का वास्तविक अर्थ एक ही माना जाता है। अवलंब का अर्थ है आश्रय या सहारा आप बनना, किसी दूसरे का बोझ न बन कर या किसी पर निर्भर न होकर अर्थात् आश्रित न रहकर अपने-आप पर निर्भर या आश्रित रहना। इस तरह दोनों शब्द परावलंबन या पराश्रिता तयागकर सब प्रकार के दुख कष्ट सहकर भी अपने पैरों पर खड़े रहने की शिक्षा और प्रेरणा देने वाले शब्द हैं।
मानव जगत में दूसरों पर आश्रित होना एक प्रकार का पाप, व्यक्ति के अंतः बाह्य व्यक्तित्व को हीन या तुच्छ बना देने वाला हुआ करता है। पराश्रित अवस्था में व्यक्ति आश्रयदाता के अधीन बन कर रह जाता है। इशारों पर नाचने वाली कठपुतली बन कर रह जाता है।सर्वत्र बाध्यता और विवशता ही दिखाई देती है। तनिक-सी अभिलाषा के लिए भी दूसरों का मुँह ताकना पड़ता है। मन मार कर जीवन व्यतीत करना पड़ता है। इसलिए स्वाधीनता एवं स्वावलंबन को स्वर्ग का द्वार पुण्य-कार्यों का परिणाम और सर्वोच्च स्वीकार किया गया है।.
इस गद्यांश को उचित शीर्षक दीजिए।
(27.)
प्रश्न:- अलंकारों के मुख्य भेद कितने है ?
प्रश्न:- अलंकारों के मुख्य भेद कितने है ?
(28.)
प्रश्न:- “लोग आजीवन टट्टू की तरह जुते रहते हैं।” टट्टू शब्द का बहुवचन बताओ
प्रश्न:- “लोग आजीवन टट्टू की तरह जुते रहते हैं।” टट्टू शब्द का बहुवचन बताओ
(29.)
प्रश्न:- “अल्पहारी” शब्द के लिए उचित वाक्यांश छांटिए।
प्रश्न:- “अल्पहारी” शब्द के लिए उचित वाक्यांश छांटिए।
(30.)
प्रश्न:- निम्न विकल्पों में से एक सही विकल्प छाँटिए:-
प्रश्न:- निम्न विकल्पों में से एक सही विकल्प छाँटिए:-
(31.)
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से “विपिन” शब्द का समानार्थी शब्द कौन सा है?
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से “विपिन” शब्द का समानार्थी शब्द कौन सा है?
(32.)
प्रश्न:- “याचना” शब्द का बहुवचन रूप क्या होगा?
प्रश्न:- “याचना” शब्द का बहुवचन रूप क्या होगा?
(33.)
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से सही वाक्य चुनिए।
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से सही वाक्य चुनिए।
(34.)
प्रश्न:- “यह जीवन क्या है, निर्झर है।” इस वाक्य में प्रयुक्त अलंकार पहचानिए।
प्रश्न:- “यह जीवन क्या है, निर्झर है।” इस वाक्य में प्रयुक्त अलंकार पहचानिए।
(35.)
प्रश्न:- सन 2001 में कथाकार संजीव को उनकी किस रचना के लिए इंदु शर्मा अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान, लंदन दिया गया।
प्रश्न:- सन 2001 में कथाकार संजीव को उनकी किस रचना के लिए इंदु शर्मा अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान, लंदन दिया गया।
(36.)
प्रश्न:- निम्न विकल्पों में से एक सही विकल्प छाँटिए-
प्रश्न:- निम्न विकल्पों में से एक सही विकल्प छाँटिए-
(37.)
प्रश्न:- नीचे दिए गए शब्द किस गुणवाचक विशेषण के प्रकार हैं? अच्छा, दानी, न्यायी, कृपालु
प्रश्न:- नीचे दिए गए शब्द किस गुणवाचक विशेषण के प्रकार हैं? अच्छा, दानी, न्यायी, कृपालु
(38.)
प्रश्न:- सतरहवे ‘रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार’ से किसे सम्मानित किया गया था?
प्रश्न:- सतरहवे ‘रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार’ से किसे सम्मानित किया गया था?
(39.)
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से “ऋजु” का विरुद्धार्थी शब्द कौन सा है?
प्रश्न:- दिए गए विकल्पों में से “ऋजु” का विरुद्धार्थी शब्द कौन सा है?
(40.)
प्रश्न:- “हिंदी” भारत की… है। सही विकल्प का चयन कर वाक्य पूर्ण करें।
प्रश्न:- “हिंदी” भारत की… है। सही विकल्प का चयन कर वाक्य पूर्ण करें।
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